À¤ªÀ¤ À¤¾À¤¨ À¤°À¤¿À¤ΜÀ¥À¤¯À¥‚ À¤¸À¤®À¥€À¤•À¥À¤·À¤¾ ( PATHAAN REVIEW IN HINDI)

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Pathan review in hindi

 

औसत रेटिंग: 3.4/5
अंक:100% सकारात्मक
समीक्षाएँ गिने गए:5
सकारात्मक: 5
तटस्थ:0
नकारात्मक:0

 

रेटिंग 3.5/5 à¤¸à¤®à¥€à¤•à¥à¤·à¤•: à¤¨à¥‡à¤¹à¤¾ वर्मा à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ: आज तक

वॉर जैसी फिल्मों में अपनी एक्शन थ्रिलर का जलवा बिखेर चुके डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद पठान लेकर आए हैं. सिद्धार्थ की इस फिल्म में आपको जिस मसाला फिल्म की उम्मीद है à¤µà¥‹ भरपूर मात्रा में है. पावरपैक्ड एक्शन, एक्सॉटिक लोकेशन, रोमांस, कॉमिडी, डायलॉगबाजी, देशभक्ति इमोशंस से लबरेज फिल्म फैंस के लिए पूरी तरह पैसा वसूल साबित है. बात जब सुपरस्टार और मसाला फिल्म के कॉम्बिनेशन की हो, तो कहानी या सीक्वेंस में लॉजिक ढूंढना सही नहीं होता है. कहानी के मामले में बेशक फिल्म का पक्ष कमजोर है लेकिन जिस तरह के एक्शन और डायलॉग्स लिखे गए हैं, वो इन कमी पर पूरी तरह पर्दा डालते हैं.

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रेटिंग 3.5/5 à¤¸à¤®à¥€à¤•à¥à¤·à¤•: à¤µà¤¿à¤·à¥à¤£à¥ शर्मा à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ: जी समाचार

इस फिल्म के पार्ट वन का निर्देशन दिवंगत निशिकांत कामत ने किया था। पार्ट टू को बूंद जैसी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक अभिषेक पाठक ने निर्देशित किया है। अभिषेक ने कहानी को डेवलप करने में काफी वक्त लगाया है। यही वजह है कि फर्स्ट हाफ में जब इंटरवल पॉइंट आता है, तो दर्शक सोच में पड़ जाता है कि क्या आगे कुछ रहस्य व रोमांच मिलेगा? मूल मलयालम फिल्म में भी यही कमी देखने को थी। मगर सेकंड हाफ में कहानी सरपट दौड़ने लगती है और ऐसे टर्न और ट्विस्ट आते हैं कि आप अपनी कुर्सी से हिल नहीं पाते। फिल्म का प्री क्लाइमेक्स और क्लाइमेक्स तकरीबन आधे घंटे चलता है और यही इसकी यूएसपी है, जो हर तरह से धमाकेदार है।

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रेटिंग 3.5/5 à¤¸à¤®à¥€à¤•à¥à¤·à¤•: à¤…मित भाटिया à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ: एबीपी न्यूज़

फिल्म की कहानी में यूं तो कुछ भी नया नहीं है लेकिन इसे जिस तरह से ट्रीट किया गया है वो देखने लायक है. सिद्धार्थ आनंद ने फिल्म की कहानी को अच्छे तरीके से पर्दे पर उतारा है. खासतौर पर शाहरुख खान इसके हर फ्रेम में जबरदस्त लगते हैं. फिल्म में एक्शन, ट्विस्ट एंड टर्न्स काफी मजेदार हैं. फिल्म के फर्स्ट हाफ को देखकर ऐसा लगता है कि कहानी एक पुरानी है और इसमें दीपिका पादुकोण सिर्फ एक्सपोज करने के लिए हैं. लेकिन फिल्म का सेकेंड हाफ आपको काफी एंटरटेन करता है और इसमें दिए गए ट्विट्स आपको हैरान कर देते हैं. इसके बाद आप फिल्म देखकर यही कहेंगे की फिल्म पैसा वसूल है.

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रेटिंग 3/5 à¤¸à¤®à¥€à¤•à¥à¤·à¤•: à¤ªà¤‚कज शुक्ल à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ: अमर उजाला

फिल्म पठान शुरू के एक घंटे तक कमाल की फिल्म है। बेहतरीन एडिटिंग। पठान का मिशन में शामिल होना। रॉ के अफसरों का आपस में नीति नियंताओं के फैसलों को लेकर बहस करना और फिर दुबई के एक सम्मेलन में शामिल होने जा रहे वैज्ञानिकों पर हमला। जॉन अब्राहम को यशराज फिल्म्स की ही फिल्म धूम ने करियर का जीवनदान दिया था। इस बार भी जॉन वैसे ही एक किरदार में हैं। पता नहीं निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने धूम देखी कि नहीं क्योंकि अगर देखी होती तो कम से कम धूम के क्लाइमेक्स का आखिरी सीन हू ब हू कॉपी नहीं करते। विलेन को मारने के और भी सौ तरीके हैं। लेकिन सिद्धार्थ आनंद ने लगता है कि इस फिल्म को मसाला फिल्म बनाने के लिए जहां से जो मसाला मिल सका, उठा लिया है। पकवान अच्छा बना है। स्वादिष्ट भी है। लेकिन इसकी खुशबू भी ताजी होती तो फिल्म वाकई बेहद कमाल की फिल्म बन सकती थी।

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रेटिंग 3.5/5 à¤¸à¤®à¥€à¤•à¥à¤·à¤•: à¤¨à¤°à¥‡à¤‚द्र सैनी à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ: एनडीटीवी भारत

शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ की कहानी एक एजेंट और उसके मिशन की है. जिसे देश के दुश्मन के मंसूबों पर पानी फेरना है. यह देश का दुश्मन है जॉन अब्राहम जो कॉन्ट्रेक्ट लेकर अपने खतरनाक मंसूबों को अंजाम देता है. लेकिन इसकी राह का रोड़ा बनता है पठान यानी शाहरुख खान. उसका साथ देती है दीपिका पादुकोण. इस तरह फिल्म की कहानी एक्शन और रोमांच से भरी है, जिसमें टाइगर यानी सलमान खान की एंट्री भी है. कई तरह के रहस्य भी फिल्म में पिरोए गए हैं. डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद ने ‘पठान’ को मसाला फिल्म बनाया है. उन्होंने इंटरनेशनल लेवल के एक्शन सीक्वेंस शूट किए हैं. शाहरुख खान का एटीट्यूड और पठान का अंदाज फिल्म की कहानी में मौजूद खामियों को काफी हद तक छिपा देता है.

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