Average Ratings:2.7/5
Score: 100% Positive
Reviews Counted:5
Positive:2
Neutral:2
Negative:1
Ratings:3.5/5 Review By: Shivam Pandey Site: Aaj Tak
फिलà¥à¤® की कहानी सामानà¥à¤¯ है. संवादों को काफी दमदार तरीके से लिखा गया है जिसकी वजह से कहानी सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ वकà¥à¤¤ सिलसिलेवार घटनाà¤à¤‚ देखना दिलचसà¥à¤ª हो जाता है. फिलà¥à¤® का à¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ जबरदसà¥à¤¤ है और इस तरह से टà¥à¤°à¥‡à¤²à¤° में à¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ और संवादों को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ गया है उसी तरह का फà¥à¤²à¥‡à¤µà¤° फिलà¥à¤® में à¤à¥€ देखने को मिलता है. जॉन अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® और मनोज बाजपेयी के बीच चोर-सिपाही वाली कहानी बड़े अचà¥à¤›à¥‡ तरीके से जंचती है. फिलà¥à¤® का बैकगà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤‚ड सà¥à¤•à¥‹à¤° बढ़िया है और à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° खतà¥à¤® करने के लिठपà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— में लाठगठसà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤² को अचà¥à¤›à¥‡ तरीके से दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ गया है. मनोज बाजपेयी à¤à¤• बार फिर से दमदार à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग करते नजर आते हैं. वहीं à¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ के लिठमशहूर जॉन अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® पूरी तरह से किरदार में डूबे नजर आते हैं. मनीष चौधरी और आयशा शरà¥à¤®à¤¾ का काम à¤à¥€ सहज है.
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Ratings:4/5 Review By: पराग छापेकर Site: Dainik Jagran
हमारे देश में हमेशा से ही à¤à¤• मसाला फिलà¥à¤® को संपूरà¥à¤£ à¤à¤‚टरटेनर माना जाता रहा है, हालांकि पिछले कई समय से बायोपिक और मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर आधारित फिलà¥à¤®à¥‡à¤‚ बॉकà¥à¤¸ ऑफिस पर लगातार छाई रहीं, लेकिन इस दौड़ में फिलà¥à¤®à¤•à¤¾à¤° à¤à¥‚ल गठथे कि लाजवाब खाना बनाने के लिठà¤à¤• ही तरह के मसाले काफी नहीं होते। उसमें हर तरह के मसाले सही मातà¥à¤°à¤¾ में डाले जाने चाहिà¤à¥¤ इसीलिठकमरà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤² मसाला फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ का à¤à¥€ होना उतना ही जरूरी है। लंबे समय के बाद à¤à¤• संपूरà¥à¤£ मसाला फिलà¥à¤® सतà¥à¤¯à¤®à¥‡à¤µ जयते के रूप में दरà¥à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ के सामने आई है। इसमें à¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ के लिठजॉन अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® हैं। अà¤à¤¿à¤¨à¤¯ के लिठमनोज बाजपेई हैं। आइटम सॉनà¥à¤— के लिठनोरा फतेही हैं और à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° को मिटाने का à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ के दिलों में छà¥à¤ªà¤¾ à¤à¤• सपना à¤à¥€ है।
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Ratings:1/5 Review By: रवि बà¥à¤²à¥‡ Site: Amar Ujala
सतà¥à¤¯à¤®à¥‡à¤µ जयते à¤à¤¸à¥€ हिंसा से à¤à¤°à¥€ फिलà¥à¤® है जिसका आप समरà¥à¤¥à¤¨ नहीं कर सकते। कथित हीरो (जॉन अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤®) हर कथित मà¥à¤œà¤°à¤¿à¤® को माचिस की तीलियां सà¥à¤²à¤—ाते हà¥à¤ जिंदा आग के हवाले कर रहा है। वजह है कि à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° का आरोप लगने पर उसके पिता ने खà¥à¤¦ पर कैरोसिन डाल कर आग लगा ली थी। यह à¤à¥€ कहा जा सकता है कि यहां दो लाइनों के बाद कहानी नाम की कोई चीज नहीं है। सिरà¥à¤« हिंसा की à¤à¤°à¤®à¤¾à¤° है।
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Ratings:2.5/5 Review By: Rachit Gupta Site: Navbharat Times
पूरी फिलà¥à¤® अचà¥à¤›à¤¾à¤ˆ और बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ की लड़ाई और देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के कà¥à¤› पाठपढ़ाते हà¥à¤ आगे बढ़ती है। फिलà¥à¤® के लिठà¤à¤¾à¤°à¥€-à¤à¤°à¤•à¤® डायलॉगà¥à¤¸ लिखे गठहैं लेकिन वे फिलà¥à¤® पर ही à¤à¤¾à¤°à¥€ पड़ रहे हैं। मनोज बाजपेई और जॉन अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के किरदार की लड़ाई को कहीं बेहतर तरीके से दिखाया जा सकता था लेकिन सà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤Ÿ इसमें फेल हो गई। ‘सतà¥à¤¯à¤®à¥‡à¤µ जयते’ इंतकाम और अचà¥à¤›à¤¾à¤ˆ के सालों पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ आइडिया को बेचने की कोशिश कर रही है लेकिन इसका अतिनाटकीय पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ के कारण इसे हजम करना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² होता है। जॉन अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के होने की वजह से आप इसमें अचà¥à¤›à¥‡ à¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ की अपेकà¥à¤·à¤¾ कर सकते हैं लेकिन कà¤à¥€-कà¤à¥€ यह काफी à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• हो जाता है। सच यह है कि फिलà¥à¤® की कहानी आज के समय में काफी पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक है लेकिन फिलà¥à¤® में इस कहानी को कहने का तरीका इसे कमजोर बनाता है।
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Ratings:2.5/5 Review By: Shivam Pandey Site: Times Now
सतà¥à¤¯à¤®à¥‡à¤µ जयते देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ और सोशल मैसेज देने में नाकामयाब रही, लेकिन हां ये फिलà¥à¤® मसाला à¤à¤‚टरटेनर जरूर है। आज à¤à¥€ à¤à¤• बड़ी ऑडियंस मसाला फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ पर अपनी जेब ढीली करती है। इसके अलावा लंबे वीकेंड का फायदा à¤à¥€ इस फिलà¥à¤® को मिलेगा। à¤à¤¸à¥‡ में यदि आपको मसाला à¤à¤‚टरटेनमेंट पसंद है तो ये फिलà¥à¤® वन टाइम वॉच है।
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